पाचन और इम्युनिटी को बूस्ट करता है त्रिकटु चूर्ण
त्रिकुट चूर्ण के अद्भुत फायदे और नुकसान
इसके अलावा भी त्रिकुटा
के और भी कई फायदे है
तो आज इस लेख में हम आपको
त्रिकुट चूर्ण ले क्या क्या फायदे है और आप त्रिकुटा चूर्ण को कैसे अपने घर पर बना
सकते है, कैसे आपको इसे प्रयोग में लेना है पूरी जानकरी शेयर करने जा रहे है तो यह
लेख बड़ा ही रोचक और उपयोगी होने वाला है तो पूरा लेख पढियेगा कही ना कहीं यह लेख आपके
लिए काफी उपयोगी साबित होगा खासकर कोरोना काल में यह काफी लाभदायक माना जा रहा है
तो त्रिकटु चूर्ण को तीन
जड़ी बूटियों को मिलकर तैयार किया जाता
है और यह तीन जड़ी बतिया आपके घर में भी आसानी से उपलब्ध है तो पहली जड़ी बूटी है काली
मिर्च दूसरी जड़ी बूटी है पिप्पली और तीसरी जड़ी बूटी है
सुखी हुई अदरक यानी की सोंठ ये तीनो चीजे आपको किसी भी किराणे की दुकान पर
मिल जायेगी बस इन्हें ही एक विशेष मात्र में पीसकर चूर्ण तैयार किया जाता है
त्रिकटु चूर्ण की तासीर
गर्म होती है और इसके कई फायदे है तो चूर्ण को बनाने की विधि बताने से पहले इसके
फायदे आपको बताते है और फिर इसे घर पर बनाने की विधि भी आपको शेयर करेंगे
त्रिकटु चूर्ण के फायदे
त्रिकुट चूर्ण त्रिदोष के
असंतुलन से होने वाली सभी बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है खास कर यह
रोगी को अस्थमा से लड़ने में मदद करता है त्रिकटु चूर्ण पाचन में सुधार करता है
त्रिकुट चूर्ण के प्रयोग से शरीर में अग्नि तत्व बढ़ने लगता है और अग्नि तत्व भोजन
का उचित पाचन होने लगता है और भूख में वृद्धि होती है । पाचन के विकार से ही कई
रोग जन्म ले लेते है तो जिनका पाचन सही नहीं है उन्हें भोजन से एक घंटे पहले आधे
चम्मच त्रिकुटा चूर्ण का सेवन करना चाहिए ।
देखिये अभी कोरोना काल चल
रहा है एक ऐसा वायरस जिसने पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है और इस वायरस से बचने
का एक ही उपाय है अपनी रोगों से लड़ने की शक्ति को मजबूत रखिये त्रिकटु चूर्ण आपके
शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है यह आपके खाए जाने वाले
खाने को उचित रूप से पचाने में मदद करना है जिससे आपके शरीर को पूर्ण पोषण प्राप्त
होता है इससे भूख में वृद्धि होती है जो लोग इसलिए जो लोग अक्सर बीमार रहते हैं उन्हें रोजाना
सोने से पहले आधा चम्मच त्रिकुटा चूर्ण का सेवन जरुर से करना चाहिए
त्रिकुटा से अनावश्यक बढे हुए वजन को भी कम किया जा सकता
गले में खराश साइनस श्वसन तंत्र के संक्रमणों
होने पर भोजन करने के ठीक आधे घंटे आधी चम्मच त्रिकुटा शहद के साथ सेवन करने से अस्थमा और श्वसन संक्रमण के उपचार में मदद
मिलती है।
त्रिकटु चूर्ण से शरीर में गर्मी बनी रहती है यह पुरुषो के प्रजनन
अंगों को गर्म और उत्तेजित करने में भी मदद करता है साथ ही इसका नियमित प्रयोग शुक्राणुओं
की संख्या को भी बढ़ता है इस प्रकार त्रिकुट एक स्वस्थ यौन जीवन में भी मदद करता
है।
त्रिकुटा को लेने का तरीका
भोजन से एक घंटे पहले आधा
या एक चम्मच त्रिकटु चूर्ण शहद के साथ मिलाकर लीजिये
चलिए आपको आपको घर पर त्रिकुटा बनाने की विधि बताते है
तो त्रिकुटा चूर्ण बनाने के लिए सौंठ यानी की सुखी हुई अदरक काली मिर्च और पिप्पली तीनो चीजे 50-50 ग्राम लीजिये तीनों को समान भाग में लेकर बारीक कूट लीजिये मिक्सी में नहीं करना है यह बात धयान रखे कूटने के बाद कपड़े से छान लीजिये आपका त्रिकुटा चूर्ण तैयार है इसे किसी डिब्बी में रख लीजिये और छोटी चम्मच से सेवन कीजिये।
✍: Narendra Agarwal ✍
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