सोरायसिस क्या
है कैसे होता है सोरायसिस होने के कारण लक्षण और घरेलु उपाय
Psoriasis causes symptoms and home remedies in Hindi
सोरायसिस क्या है
चमड़ी के रोगों में सबसे खतरनाक रोग की बात करे तो सबसे
पहले सोरायसिस का नाम आता है जी हाँ सोरायसिस को स्किन का बड़ा रोग माना जाता है तो आज इस लेख में हम सोरायसिस क्या है कैसे होता है कैसे हम सोरायसिस से बच सकते है और
यदि हो गया है तो किन घरेलु उपायों से हम सोरायसिस पर काबू पा सकते है पूरी
जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलने वाली है तो इस लेख को अंत तक पढियेगा कही ना
कही यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी और हाँ इस लेख को अपने यार
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उनकी बड़ी मदद कर दे तो आइये शुरू करते है :-
देखिये ईश्वर ने हमें चमड़ी दी है और हमारी यह चमड़ी हमारी
यह स्किन शरीर का सबसे हिस्सा होता है जो एक परत के रूप में होता है यह चमड़ी जिसे
आप त्वचा और अंग्रेजी में स्किन बोलते है यह हमारे शरीर की सुरक्षा कवच के रूप में
काम करती है क्योकि दिन भर में हमारा शरीर कई चीजो के सम्पर्क में आता है और जब शरीर
बाहरी चीजों के संपर्क में आता है तो सबसे
पहले हमारी स्किन ही उसके संपर्क में आती है । यानी कोई भी वायरस हो बीमारी हो
बक्टेरिया हो सबसे पहले हमारी स्किन ही उससे लडती है कई चीजे स्किन को अच्छी नहीं
लगती तो ऐसी चीजे स्किन के लिए एलर्जी का काम करती है अब यह स्किन एलर्जी कई तरह हो
सकती है इसमें सोरायसिस को भी शामिल किया जा सकता है तो सोरायसिस एक प्रकार का चर्म
रोग होता है इस रोग को अपरस या छाल रोग भी कहा जाता है। पूरी दुनिया में यह रोग इतनी तेजी से फ़ैल रहा है
की दुनियाभर की तीन प्रतिशत आबादी सोरायसिस रोग से ग्रसित है ।
कैसे होता है सोरायसिस
वैसे लोग सोराइसिस स्किन इंफेक्शन या कॉस्मेटिक
प्रॉब्लम मानते है लेकिन सोरायसिस होने का
कारण कुछ अलग है आपको यह जानकार दुःख होगा की हमारी अपनी रोग प्रतिरोधक प्रणाली जो
हमें रोगों से बचाती है वही सोरायसिस रोग का कारण है जी हां जब किसी व्यक्ति की रोग
प्रतिरोधक प्रणाली विकृत हो जाती है तो समझ नहीं पाती है की क्या सही है और क्या
गलत है तो ऐसे में हमारी यही रोग प्रतिरोधक प्रणाली जो हमें रोगों से बचाती है
हमारे शरीर की स्वस्थ कोशिकाओ को ख़राब करने लगती है और रोग प्रतिरोधक सिस्टम के
इस प्रकार के व्यवहार से हमारी त्वचा की कोशिकाये सबसे ज्यादा प्रभावित होने लगती
है परिणाम स्वरूप त्वचा पर सूखे और कड़े चकते बनने लगते है त्वचा की कोशिकाये चारो
तरफ फ़ैलने लगती है और फिर यह धीरे धीरे शरीर से सभी अंगो को प्रभावित करने लगती
है और परिणाम सोरायसिस के रूप में निकल कर आता है तो आप समझ गए होंगे सोरायसिस
स्किन से जुडी एक ऑटोइम्यून बीमारी है । सोरिएसिस त्वचा में होने वाला रोग है। यह
रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली की विकृति के कारण कोशिकाओं की तीव्र अनियंत्रित
वृद्धि हो जाने से होता है,जिससे शरीर की कोशिकाएं मरने लगती
हैं। इसके कारण शरीर पर लाल तथा सफेद रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं। इस रोग
में पसीना बिल्कुल नहीं या बहुत ज्यादा आता है। मछली के शल्क की तरह छिलकेदार
त्वचा निकलती है, रोग से प्रभावित स्थान खुरदरा एवं
कठोर हो जाता है। कुछ लोग इसे छुआछूत की बीमारी मानते हैं जो गलत है।
किसे हो सकता है सोरायसिस
यह बीमारी किसी को भी हो सकती है किसी भी उम्र में हो
सकती है । तो इस बीमारी में होता क्या है तो इस बीमारी में स्किन पर त्वचा पर लाल
रंग की मोटी परत जमने लगती है चमड़ी सूखने लगती है और शरीर में जगह जगह सुखी चमड़ी
के चकते नजर आने लगते है इन चकतों में खुजली होती है दर्द होता है और सूजन आने
लगती है आमतैर पर इसका असर कोहनी के ऊपर और घुटने पर ज्यादा देखा गया है वैसे सोरायसिस को ठीक करने के लिए किसी भी पैथी
में कोई विशेष इलाज उपलब्ध नहीं है हालाँकि आप घरेलू उपायों से इसे ठीक कर सकते है
या इससे काफी हद तक राहत पा सकते है ।
सोरायसिस कितने तरह का होता है
सोरायसिस किस तरह का हो सकता है जैसे प्लाक
सोरायसिस यह सबसे सामान्य है जिसमे शरीर पर लाल चकते पड़ने लगते है ग्यूटेट
सोरायसिस होने पर शरीर पर दाने होने लगते है इन्वर्स सोरायसिस उन स्थानों पर होता
है जहाँ शरीर के हिस्से मुड़ते है जैसे की स्तनों के नीचे, बगल, कांख, या जांघों के ऊपरी हिस्से में लाल-लाल बड़े चकत्ते
बन जाते हैं ।
सोरायसिस होने के लक्षण क्या है
अब कैसे बता चले की चमड़ी पर होने
वाले चकते सोरायसिस है क्योकी सोरायसिस रोग के लक्षण और दुसरे त्वचा रोगों के
लक्ष्ण काफी मिलते जुलते है तो ऐसे में कैसे पता चले की किसी को सोरायसिस ही हुआ
है ।
तो सोरायसिस होने पर इसमें त्वचा पर लाल रंग के खुरदरे चकते हो जाते
है इन चकतों पर सफ़ेद परत बनने लगती है तीन से चार हफ्तों में की इसकी पपड़ी झड़ने
लगती है यानी की त्वचा का रंग लाल होना और उसमें खुरदरे चकते पड़ना खुजली होना हथेलियों पर या पैर के तलवों में फफोले पड़ना सोरायसिस
के लक्षण है । सोरायसिस के चकत्तों में दर्द होता है यदि नाखून मोटे होने लगे है और उनमें दाग-धब्बे पड़
रहे है तो यह भी सोरायसिस का लक्ष्ण है इसके अलावा जोड़ों में दर्द और सूजन होना शरीर की त्वचा का
रूखी सुखा हो जाना और उसमें दरारें पड़ना, खून निकलना भी सोरायसिस के लक्षणों में है ।
वैसे सोरायसिस
रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने से होता है लेकिन इसके अलावा सोरायसिस रोग आनुवांशिक
(वंशानुगत रूप से) रूप से भी हो सकता है यानी की यदि किसी के माता पिता के यह रोग
है या था तो बच्चो में भी यह रोग हो सकता है चमड़ी या खून के इन्फेक्शन होने पर और
बहुत अधिक तनाव में रहने पर बहुत ज्यादा धूम्रपान और शराब का सेवन करने से भी
सोयरासिस हो सकता है ।
सोरायसिस का इलाज क्या है
चलिए अब इलाज की बात कर लेते है
सोरायसिस
के इलाज की बात करे तो दुनिया में अभी सोरायसिस का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है यानी
की सोरायसिस को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है बस इसे कंट्रोल कर सकते है
की यह स्थिर रहे और नहीं बढे लेकिन फिर भी सोरायसिस के उपचार सामने आये है जिन्हें
आप अनुभवी डॉक्टर की सलाह से ले सकते है ।
सोरायसिस के घरेलु उपाय
लेकिन यह भी देखा गया है की घरेलू
उपाय इस बीमारी में काफी मददगार साबित हुए है तो चलिए कुछ रामबाण घरेलु उपाय आपको
बताते है :-
सोरायसिस होने पर आप एलोवेरा
का प्रयोग करे नियमित रूप से ताजा एलोवेरा जेल को स्किन पर लगाने से सोरायसिस में
काफी फायदा मिलता है ।
सोरायसिस होने पर नीम का प्रयोग भी किया जाता
है नीम बहुत ही गुणकारी पेड़ है इसमें कई सारे स्किन रोगों को ठीक करने के अद्भुत
गुण होते है सोरायसिस होने पर नीम के पत्ते को पानी में उबालकर नहाये नीम का तेल में
नारयल का तेल मिला कर सुखी त्वचा पर लगाने से खुजली से राहत मिलती है ।
सोरायसिस होने पर अलसी के बीज का सेवन
करे इससे शरीर के सूजन कम होती है इसमें ओमेगा-3, फैटी एसिड होता है एंटी-आक्सिडेंट्स भी पाए जाते है जो स्किन को
स्वस्थ रखने में मदद करती है ।
अपने भोजन में हल्दी का प्रयोग करे हल्दी स्किन की ग्रोथ को रोकने में मदद करता
है। अपने भोजन में और दूध में मिलकर आप हल्दी का प्रयोग कर सकते है ।
लहसुन के पेस्ट में एलोवेरा जेल मिलाकर प्रभावित जगह
में 15 से 20 मिनट तक लगाए फिर ठंडे पानी से
त्वचा को धो लें । आप लहसुन का तेल भी लगा सकते हैं।
जल्द से जल्द सोरायसिस से छुटकारा पाने के लिए यह जरुरी है की त्वचा शुष्क ना हो अपनी त्वचा
को मॉइस्चराइज रखिये ।
साबुन और परफ्यूम्स को डाई या अन्य केमिकल का प्रयोग का
करे ।
धुम्रपान और अल्कोहल के सेवन से बचे इससे आपकी सोरायसिस
की प्रॉब्लम बढ़ सकती है ।
ग्लिसरीन का प्रयोग करे यह सोरायसिस के कारण होने वाले प्लाक को कम करने में मदद करती है त्वचा
को मॉइश्चराइज भी करती है ग्लिसरीन में थोडा सा पानी मिलाकर रूई की सहायता से प्रभावित
हिस्से पर लगाएं।
अदरक का सेवन करे इसमें कई एंटीमाइक्रोबियल
गुण होते है जो आपके त्वचा के संक्रमण को कण्ट्रोल करने में सहायता करते हैं।
एक बार फिर से आपको बता देते है सोरायसिस चमड़ी की भयंकर बीमारी है इसलिए सोरायसिस होने पर सजग रहे त्वचा की साफ -सफाई रखे बीमारी होने पर बिलकुल भी मानसिक तनाव ना ले तनाव लेने पर सोरायसिस बढ़ने के चांस बढ़ जाते है। नियमति रूप से योग और व्यायाम करे । सर्दियों में विशेष त्वचा का ध्यान रखे तला-भुना ना खाए साबुन का प्रयोग नहीं करे साबुत अनाज पुराने चावल गेंहू और जौ अरहर, मुंग और मसूर की दाल का प्रयोग करे भोजन में फल व सब्जिया ज्यादा शामिल करे ।
✍: Narendra Agarwal ✍
सोरायसिस ठीक करने के घरेलु उपाय विडियो देखे
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